इंसानियत से शुरू इंसानियत पर ख़त्म इंसान की कहानी है
पैमानाये इंसानियत इंसानियत को जिससे मिलती रवानी है
इंसानियत की खूबी इंसानियत और येही इंसानियत का नजरिया
इंसानों के बाद रह जानी जो इंसानियत ही तो वो निशानी है
इंसानियत एक अनकहा मज़हब जो हर धर्म का धर्म है ठहरा
इसे धारण करने के बाद ही सच्चे अर्थों में फैलती रौशनी है
भाईचारा और अमन चैन ही इंसानियत में अहमियत रखते
हर सम्प्रदाय की इज्ज़त करना ही इंसानियत की जवानी है
धरती अम्बर हवा पानी का स्वार्थ ही निस्वार्थ सेवा है
इंसानों में परस्पर सद्भाव देखके इंसानियत सफल होनी है
पैमानाये इंसानियत इंसानियत को जिससे मिलती रवानी है
इंसानियत की खूबी इंसानियत और येही इंसानियत का नजरिया
इंसानों के बाद रह जानी जो इंसानियत ही तो वो निशानी है
इंसानियत एक अनकहा मज़हब जो हर धर्म का धर्म है ठहरा
इसे धारण करने के बाद ही सच्चे अर्थों में फैलती रौशनी है
भाईचारा और अमन चैन ही इंसानियत में अहमियत रखते
हर सम्प्रदाय की इज्ज़त करना ही इंसानियत की जवानी है
धरती अम्बर हवा पानी का स्वार्थ ही निस्वार्थ सेवा है
इंसानों में परस्पर सद्भाव देखके इंसानियत सफल होनी है